कबिता

🚩जगदम्ब_भवानी_____




✍👤 रोशन मिश्रा

जगत विदित जगदम्ब भवानी 
हे !! गे.... महिमा तोहर अपार 
भरि जग सं ठुकरा हम  ऐलौह 
माँ गै फँसल  छीयौ   मझधार ॥

देख हमर तितल अछि अंगा
हम तोहर बेटा भीखमंगा 
हारि क एलीयौ तोहर दूआइर 
माँ गै सुनै ने हमर गोहाईर ॥

माँ तू हमरा  छाती सं लगा ले 
एक बेर हमरा तू कोरा उठा ले 
हे !! गै..... करै न कनीए दुलार 
माँ गे सुनै अपन बेटा केर पुकार ॥

जगत मातू जगदम्ब छैं मइया 
एही जग के तू छैंह रचवैया 
तख़न तोहर बेटा कीएक लाचार 
माँ गै फँसल छीयौ मझधार ॥

✍👤रोशन_मिश्रा____




कवि - रोशन मिश्रा जी









💝💝💝💝💝👇💝💝💝💝💝
पोस्ट :-अशोक कुमार सहनी
💝💝💝💝💝💓💝💝💝💝💝

💝

0 टिप्पणियाँ Blogger 0 Facebook

 
अपन मिथिला © 2016.All Rights Reserved.

Founder: Ashok Kumar Sahani

Top