सदति ओ हमरे पऽ मरैत रहलै !
देख देख कऽ दुनया जरैत रहलै !!
मगन छलियै दुनूगोटे अपने में !
आ पागल बुझि लोक हँसैत रहलै !!
नेहक दिया जग बुझाब चाहलक !
आरो बेसी इजोत सँऽ बरैत रहलै !!
छै कतेक तागक स्नेहक डोर में जे !
प्रेमक आगु संसार झुकैत रहलै !!
प्रेमक खेलमे सफल छै अशरफ !
धर्ती सँऽ उड़ि गगन चुमैत रहलै !!
शरल वार्णिक बहर वर्ण :14
अशरफ राईन
हॉल :क़तार
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