कबिता

पिया यौ छठकें सब समान हमरा लावि दियौ ना
पिया यौ एबकीकें छठी बर्तिया हमहूं करबै ना
श्रद्धा भक्तिसें जे माईकें पुजैं छै
मनचाहल वर छठी माई दै छै
पिया यौ छठकें घाट हमरा सजावी दियौ ना
पिया यौ एबकीकें...... ........ .......... ......

छठि तऽ बर्तिया अछि बड भारी
बड नेमछेम सऽ पाकै पुरी सोहारी
पिया यौ नरियलसें कलशा सजावी दियौ ना
पिया यौ एबकीकें ........ .......... ........ .....

जेबै छठ घाट छठी माईकें पुजबै
साँझबिहान सुरुज देवकें अरख देबै
पिया यौ गायकें दुध हमरा लावी दियौ ना
पिया यौ एबकीकें....... ........ ......... .....

@प्रयास प्रेमी मैथिल

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