कबिता

हरिपुरक बिजुलिया कमाईला दिल्लीमे १० बर्ष बितौलक। बचपन में गेल बिजुलिया  ओहिठाम बिहारक चानन क निबासी सैदुलके छोटकी बेटी अमीनास निकाह करालेलक। बिजुलिया अपना स बेसी प्रेम अमीनास करै छल। दिन समयके दोष घरमे बूढ़ माईबाबूके उमेर बहुत भेलाक कारण फोन प बिजुलिया के आईबजो बउवा आब नै चलसकैयै छियौ खेत -पथार जायला बहुत तकलीफ होइए नित्ये  कहलागल।    फैक्ट्रीके चौकीदार के नौकरीके छोइरक अमीना के लक बिजुलिया चलल अपना गामदीश। ओना ओकरा नेपालक कानून सब के जानकारी नै छल मुदा मधेशक आंदोलन स मधेशी के अधिकारला उठल नराजुलुश भरहल बात अरुण कहने छल दिल्लीमे।
जं- जं दिल्लीके दुरी हरिपुर स लगहोइतगेल मधेशक आन्दोलनक चर्चा परिचर्चा बिजुलियाके जानकारी बढ़ाबैत गेल। जयनगर क रेल स उतरैत बिजुलिया अपना देशक नेपाल रेलबेसेवा देखबैत कनियाँ के कहलक जे येहे अच्छी हमरा देशक रेलसेवा। बढ़का बढ़का रेल देखनिहार बिजुलियाक कनियाके रेल देखते झुझुवाउन त लाइगेल मुदा जेबाक त ओहि देश में अच्छी।
जनकपुरक रेलक प्लेटफॉर्म प जब दुनू बेगैत उतरल त देखलक लोग अनेकन नाराजुलुशमें। कहैत रहे जे मधेसी एकता ?"
"जिंदाबाद"
'मधेशी के मांग '--"पूरा कर " नराजुलुश के एहन आवाज के सुइनक एगो भलादमी सन मनुख के बिजुलिया पुछलक " हौ कथीक नारा जुलुश अच्छी ?"
भलादमी कहलक " अपने के घर कत भेल "
"नेपालमें  हरिपुर " भलादमी फेन स पुछलक " अपने कनियाँ अच्छी ई की ?"
"ह ,हम की पुछ्लौ तेकर जवाफ नै देलियै खाली हमरे स पूछैछियै"
--" जे हा कन्या की भारत के छो " बिजुलिया कहलक " ह "
भलादमी जवाफ देलैन " ई अधिकारक आंदोलन अच्छी आब अहाँक कनियाँक नागरिकता बैबहिक अंक्रित  नागरिकता पाओत। जेकर परिणाम अहा के जे बउवा हेतै तेकरो अंक्रित नागरिकता मिलतै जै स नेपालक उच्च पद प कहियो कतनो बचबा पढ़ने लिखने रहत  त ,उ नेपालक पैघ नेता हाकिम नै बैन सकत "
तहिसभक बिरोधमे ई आंदोलन जिंदाबाद मुर्दाबाद भरहल अच्छी। बिजुलिया के बिजली स जेना झटका लगैया तेना लागल मनमें। कनिया दिश तकैत सोचैत रहल जे आब की करू फेन दिल्ली लौटजाउ ?
कनियाँक  बैबहिक अंक्रित  नागरिकता आ होम बला बच्चा क अंगकृत नागरिकताक चिन्ता स होमलागल। 
मुदा जुसलुश लगैते रहल अंगकृत नागरिकता ख़ारिज कर।

@ अब्दुर रज्जाक (धनुषा हरिपुर )

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