मुसकी ठोरके देहक प्राण छै बेटी ।
बेटे सन तऽ संतान छै बेटी।।
छै करेजके टुकड़ी नञि आन छै बेटी ।
बेटे सन ---------
जँ फूल सन फुलाइत रहै छै,
दृढतामे तऽ पाषाण छै बेटी ।
रावण हरि लेतै से छऽल नञि तागत,
बस रामके रखने मान छै बेटी ।
महिखासूरके जे मारि सकैए,
बूझियौने तन्नुक पात पान छै बेटी ।
मैथिल प्रशांत
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