कबिता

हँसी दिल में गम सेहो अछि ।

चमकैत नयन में लोर सेहो अछि ।।

दुवा करै छि की अहाँ के हँसी कहियो नै रूकै ।।।

किया कि अहाँ के मुस्कान के दिवान हम हु छि।।।।

__✍अशोक कुमार सहनी
लहान ४ रघुनाथपुर
हॉल ( दोहा क़तार )

#अपन_मिथिला

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