अहाँ बिना Facebook Twitter Google+ हम अपने सँ अनजान छेलो अहाँ के बिना । हम कतौ गुमनाम छेलो अहाँ के बिना ।। अहाँ मिलो हमरा हम फूलो गेना फूल जेका ।।। डूबैत सूरज छेलो हम अहाँ के बिना ।।।। __✍ अशोक कुमार सहनी लहान ४ रघुनाथपुर हॉल (दोहा क़तार ) #अपन_मिथिला
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