कबिता

माँ गै पूजा मे, भेलौया देखै न लेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..
हमरा स नै हेतौ, कनियो आब वेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..
माँ गै पूजा मे, भेलौया देखै न लेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..

भीङक बात नै, पुछै हमरा स.
कखन स लाईन मे, लागल छी नम्बरा स..
आईब अपने तुँ, किछो करै सेटम सेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..
माँ गै पूजा मे, भेलौया देखै न लेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..

टसकैत टसकैत माँ, एलियौ दुआईर पर.
दिहिन ध्यान माँ, हमरा गोहाईर पर..
सब करै ल, एलौया तोरा स भेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..
माँ गै पूजा मे, भेलौया देखै न लेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट..

फुलक माला ल, लाल चुनरीया गै.
करै छौ मैया सब, तोरे पुकरीया गै..
सूरज भारती के, माँ बना दिहिन नेट.
खोलिक अपन मंदिर के गेट..
माँ गै पूजा मे, भेलौया देखै न लेट.
खोलै जल्दी स मंदिर के गेट.....
गीतकार÷सूरज भारती

जय माता दी

#अपन_मिथिला

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