
सुन्नर मिथिला धाम छै
माँग हमर अछि मिथिला राज्यक
जन-गण-मनक निदान छै ।
भोरे-साँझे कोइली कुहकय
पपीहा गीत सुनाबै छै-२
सूरुज पराते तिमिर भगाबय-२
लालहि लाल विहान छै ।
माँग हमर अछि-------------
कोसी-कमला चरण पखारय
घरहि घर भगवान छै-२
तुलसीदल सँ तिरपित होअय-२
महिमा हिनक महान छै ।
माँग हमर अछि-------------
घरहि घर भगवान छै-२
तुलसीदल सँ तिरपित होअय-२
महिमा हिनक महान छै ।
माँग हमर अछि-------------
बाग-बगीचा लीची-जामुन
गमगम आम लताम छै-२
ठकुआ पूरी बगिया भूसबा-२
घरहि मे पकवान छै ।
माँग हमर अछि------------
गमगम आम लताम छै-२
ठकुआ पूरी बगिया भूसबा-२
घरहि मे पकवान छै ।
माँग हमर अछि------------
पोखैर-झाँखैर बाड़ी-झाड़ी
माछ मखान आ पान छै-२
लहलह धानक गमकैत चूड़ा-२
कोनचर पर तिलकोड़ छै ।
माँग हमर अछि--------------
माछ मखान आ पान छै-२
लहलह धानक गमकैत चूड़ा-२
कोनचर पर तिलकोड़ छै ।
माँग हमर अछि--------------
हम मैथिल छी मिथिलावासी
सुन्नर मिथिला धाम छै
माँग हमर अछि मिथिला राज्यक
जन-गण-मनक निदान छै ॥
साभार : अमरनाथ मिश्र' भटसिमरि
सुन्नर मिथिला धाम छै
माँग हमर अछि मिथिला राज्यक
जन-गण-मनक निदान छै ॥
साभार : अमरनाथ मिश्र' भटसिमरि
जयति मैथिली
जय श्री हरि:
जय श्री हरि:
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