कबिता

बाग बगीचा मे रहए हरीयाली
फूल खिलय ओतs डाली डाली

देश छूटल परदेश धेने छी
एतs त बस अन्हार दिवाली

चान जखन अबै आसमान में
हमरा लेल उ साँझ दिवाली

साथ अहाँके भेट गेल तs
साँझ दिवाली राति दिवाली

दुआ माँगै छी फेर एक बेर
सबहक लेल खुशहाल दिवाली..!

-: आवाज़ गग्न तक

#अपन_मिथिला

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