कबिता

‪#‎मिथिला_हमर_माहान_छै‬

जन्म लेलौं हम मिथिला भुमि पऽ
मैथिल पुत्र कहावै छी !
भोरें प्राते जख्ने तख्ने
मैथिली भाषा बाजै छी !!

माँ जानकीकें जन्म भुमि
मिथिला हमर माहान छै !
तहीं भुमिके बनल जमाई
स्वंम राम भगवान छै !!

धोती, कुर्ता, गम्छा, पाग
अछि मिथिलाकें भेष !
अहीं मिथिलाके पुत्र छेल
राजा सत्तवर्ता सल्हेस !!

इतिहासकें स्वच्छ पाना पऽ
लिखल जनक विदेहकें कहानी छै !
अहीं नगरुकें भुमि पर
बहिरहल कमला कोशीके पानी छै !!

मिथिलें भुमिके जंगलमे
भगवान राम धुनि लगेनें छेल !
तहीं दिन सऽ ओ जंगलके नाम
रामधुनि वन राखल गेल !!

स्वर्ग सन अहीं मिथिलाकें
सब मैथिल गाथा गावै छै !
सत्य युग बितल कलियुग आयल
तहियो नें रामधुनिके आगी मिझावै छै !!

मिथिलिके कोकिल कवि
छेल विधापति माहान !
तेकरें शिष्य बनल रहैं
स्वंम महेश्वर भगवान !!

हम सब मैथिल मिथिलावासी
जन्मभुमि पऽ शिष नवावै छी !
गर्भ अछि हमरा अप्पन मिथिला पऽ
जे हमसब मैथिल कहावै छी !!

‪#‎प्रयास_प्रेमी_मैथिल‬
‪#‎डुम्राहा_९सुनसरी‬
‪#‎हाल_मलेशिया‬

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