कबिता

भरदुतियामें बहिनी हमर बाट तकैत हेतैं !
की आजु एतै भैया मोर हो -२

रहि रहि बहिनी हमर भान्सा करैत हेतै-२
दौडी दौडीकें ओ डेरियाह् निहारैत हेतै-२
आ तरुवा तरैत हेतै बहिन परोर यौं
भरदुतियामें..... ........ ......... ..........

अंगनामें बहिन हमर चौका लगौनें हेतै-२
पानसुपारी टीका सँ थारी सजौनें हेतै-२
हमरा खातिर सहल हेतै बहिनी मोर यौ
भरदुतीयामें ......... ......... .......... ......

भगिना भगिनी आजु मामा एता बजैत हेतै-२
खिरपुरी सोहारीसनेस हमरा सबलें नेनें एतै-२
की जे हम बहिनी नगरीयाके ओर यौं
भरदुतियामें ........ ......... .......... ........

@Prayas Premi Maithil

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