कबिता

आई छठ पूजा के 'खरना'

कार्तीक शुक्ल पंचमी के व्रतधारी दिन भरिक उपास रखलाक पश्चात साँझ के भोजन करैत छथि। एकरा ‘खरना’ कहल जैत छैक। खरना केर प्रसाद लेबय खातीर आस-परोसक सब लोक के हकार देल जैत छैक । प्रसादक रूप में कुसियारक रस वा गूर में बनल चौर सँ बनल खीरक संग दूध, चौरक पिट्ठा आ घी लगाओल रोट बनाओल जैत अछि। अहि में नून या चीनीक उपयोग नै होइत अछि। आ समूचा घरक स्वच्छता केर विशेष ध्यान राखलजैत छैक।

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