🙏🌹भरदुतिया गीत🌹🙏
धीया निमंत्रण देलनी भैया,
पिठारक चानन पिसी कअ,
छोटका भैया हर्षित भेला,
भउजी सुतली रुसी कअ।।
🌹🙏🌺🌸🌱🍃🍁
भरदुतिया सन् सुंदर पाबनि,
हाथ सुपारी पान छई,
अरुदा बढ़ले भैया केर आ,
बहिनिक बढ़ले शान छई।।
🌹🍁🍃🌱🌸🌺🙏
गोबर निपल आँगन चमकय,
कुम्हरक फूल मटकुरी म,
भउजीक भइया रस्ते रहला,
फ़ंसला कोनो जरूरी में,
धीया निमंत्रण देलनि भइया।।
🌹🌺🌸🌱🍃🍁🙏
दतिया चन्दा आई उगल छई,
हर्षित सकल जहान गे,
बढ़य मान सदा भइया के,
बहिना के अरमान गे।।
🍁🍃🌱🌸🌹🌺🙏
कातिक बहिना बजरी कूटू,
भरि टोलक आय जुटान गे,
मणि मानय जे मिथिला में,
सब दिन पर्व चुमान गे,
धीया निमंत्रण देलनि भइया।।
:- मधीर
0 टिप्पणियाँ Blogger 0 Facebook