छठि मैयाक करबैन व्रतिया, पिया आबु ने गाम यौ.
आबु ने गाम पिया आबु ने गाम यौ..
देबैन मैयाक, दंड प्रणाम यौ, पिया आबु ने गाम यौ...
छठि मैयाक करबैन व्रतिया, पिया आबु ने गाम यौ....
बाहरे म अहाँ होली बितेलौं.
दुर्गोपूजा म गाम नै एलौं..
लागए सुन, चकोर बिना चान यौ, पिया आबु ने गाम यौ.
छठि मैयाक करबैन व्रतिया, पिया आबु ने गाम यौ..
देती मैयाजी कोरा म ललनमा.
दुनू प्राणी मिल क'रब पूजनमा..
बना देती, मैयाजी पहचान यौ, पिया आबु ने गाम यौ.
छठि मैयाक करबैन व्रतिया, पिया आबु ने गाम यौ..
छिठ्ठा कोनियाँ सुपो खरीदलौं.
सूरज के कहि सब किछ मंगेलौं..
करू आबैक, अहूँ प्लान यौ, पिया आबु ने गाम यौ.
छठि मैयाक करबैन व्रतिया, पिया आबु ने गाम यौ...
गीतकर ÷ सूरज भारती
#अपन_मिथिला
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