कबिता


~~ खूनक रंग ~~


मधेशी होय वा खसवादी, खूनक रंग लाल छै,

काटल थुरल लास सँ मधेश कें  धरतीपर सवाल छै।


मधेशी कें नामपर मचल तांडव, एना किए भऽ रहल छै,

मनुखक जन्म भेलै किए, एहि सँ  बढ़ियाँ माल-जाल छै।


सुन्नर छै मधेशक धरा, गगन सेहो बड्ड नीक रचल छै,

चाही जनम नै एत', मधेशी मधेश'क जँ काल छै।


मधेशी'क जीब' नै देब, की खसवादी इएह काज छै,

मधेशी होय वा खसवादी, खूनक रंग लाल छै।

खूनक रंग लाल छै .......

अशोक कुमार सहनी 

लहान४ रघुनाथ पुर

हाल (दोहा क़तार)

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