हमर मिथिला महान हमर मैथिली महान
हमरे सीता आ शारदा छथि वेदो पुराण ॥
हमर उत्तरमे हिमगिरि केँ उन्नत अछि भाल
हमर दक्षिण बहैयै अविरल गंगा विशाल
पूरव कोसी बहय पश्चिम गण्डकी उछाल
बीच भूमिखण्ड मिथिलाक माटिसँ नेहाल
हमर मिथिला महान .................
प्रथम नृपति केँ मथि ॠषि मिथि प्रगटौल
मिथिक वंश जन्मल जनक विदेह कहौल
अपनहि हाथसँ हर जोति सीता उपजौल
व्रह्म रामक पाणिग्रहण के गौरव बनौल
हमर मिथिला महान....................
याज्ञवल्यक सन राजगुरु पंडित छलाह
गार्गी मैत्रयी लखिमा व्रह्म ज्ञानी छलीह
कपिल गौतम कणाद सन दार्शनिक छलाह
ॠचा वेदमंत्रक बीज भूमिक वैदिक भेलाह
हम मिथिला महान ....................
हमर मिथिला महान हमर मैथिली महान
हमरे सीता आ शारदा छथि वेद ओ पुराण॥
रचना - अमरनाथ मिश्र (भटसिमरि)
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