कबिता

हम छी मैथिल मिथिलावासी, हमरा तकर गुमान !
स्वर्ग सँ सुन्दर अछि य मिता अपन मिथिला धाम !!

सगरो घुमू मिथिला सनके भुमि कतो नैं भेटत यौ भाइ !
कतबो वर्णन करु कम छै जतँके भगवान बनल जमाई !!
अही ठाम कोइली कुहूँ कुहूँ बाजै, सुगा पढै वेद पुरान
स्वर्ग सँ सुन्दर अछि.....  ...... ...... ....

धोती कुर्ता पाग यौ भैया अछि मिथिलाके भेष यौ !
साँधु सन्त सँ गमगम गम्कै अपन मिथिला देश यौ !!
शिणल पुर्वैयासंग गुनगुनावै, कमला कोशी बलान
स्वर्ग सँ सुन्दर अछि.....  ......  ......  ...

मिथिलाके संस्कारके आगू सब देवतो शिष नवावै छै !
हर पर्वमे शंख नाद बाजै संगे सोहर समदाउन गावै छै !!
अही मिथिलाके पैघ माहाकवि, अछि विधापति माहान
स्वर्ग सँ सुन्दर अछि ....  ......  ......  ..

#प्रयास_प्रेमी_मैथिल

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