कबिता


SMS अायल मोबाइल म
दैखलौ तऽ छल खाली ,
वेह नम्बर पऽ फोन केलौ
कहलक हम छी अमर पाली !

पैसा सठिगेल पोकेट म
पर्स देखलौ खाली,
face book खोलीक फोटो देखलौ
नय गोरह छल नय काली !

चौवनिया मुस्कान लेलक जान
होस् उडौलक होठक लाली ,
बात करिते चिनजान भेल
छल एस के जी क साली !

दिवाना भेल राजदेब हुनके पाछा
चाहे सोचु गुन्डा मवाली ,
सत्ते कहै छि , छै बड रसगर
बनेबै हम घरवाली !

लेखक: राजदेब राज
ठेगाना: चोहर्वा सिरहा ( नेपाल)
हाल : मलेशिया

छबि - सगुन साहि

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