कबिता

माँ सरस्वती कऽ बन्दना गीत

हे माँ सरस्वती, सुइन लऽ हमर बिन्ती
फल फूल नरियल चरहेलौं केलौं आरती
हे माँ.......

हंस वाहनी, वीणा धारनी, धारनी माँ पुस्तक
हे विद्या कि देवी, ज्ञानक देवी, हमसब अँहिकऽ सेवक
ज्ञान गुन सँ उजागर कऽ दहुन हमरो एकरती
हे माँ......

हम सब साथी, चरण शनार्थी, अँहिकऽ चरणमें एलौं
जोत जगा दिय, मार्ग देखा दिय, अँहिकऽ शरणमें एलौं
विद्या दहुन बुद्धि दहुन खोलुन ज्ञानक ज्योती
हे माँ सरस्वती, सुइन लऽ हमर बिन्ती

रचना -सरोज मण्डल
हाल- मलेसिया

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