जिनगी Facebook Twitter Google+ देखु त सपना अछि जिनगी पडू त किताब अछि जिनगी सुनू त ज्ञान अछि जिनगी मुदा हम कहैछी की हँसैत रहु त आसान अछि जिनगी ।। __✍अशोक कुमार साहनी
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